प्रेम विवाह हो पाएगा या नहीं? ज्योतषीय विश्लेषण

जब किसी लड़का और लड़की के बीच प्रेम होता है तो वे साथ-साथ जीवन बिताने की ख्वाहिश रखते हैं और विवाह करना चाहते हैं। कोई प्रेमी अपनी मंजिल पाने में सफल होता है यानी उनकी शादी उसी से होती है जिसे वे चाहते हैं और कुछ इसमे नाकामयाब होते हैं। इनमें कुछ अपनी नाकाम मोहब्बत के नाम पर अपने जीवन को भी बर्वाद कर डालते हैं। ज्योतिषशास्त्री इसके लिए ग्रह योग को जिम्मेवार मानते हैं। देखते हैं ग्रह योग कुण्डली में क्या कहते हैं।
प्रेम एक दिव्य, अलौकिक एवं वंदनीय तथा प्रफुल्लता देने वाली स्थिति है। प्रेम मनुष्य में करुणा, दुलार, स्नेह की अनुभूति देता है। फिर चाहे वह भक्त का भगवान से हो, माता का पुत्र से हो या प्रेमी और प्रेमिका का हो, सभी का अपना महत्व है। ज्योतिषाचार्यों के मतानुसार ग्रहों की युति ही प्रेम को विवाह की परिणिति तक ले जाने में मददगार होती है। ज्योतिष के अनुसार माना जाता है कि मनुष्य का वर्तमान जीवन, चरित्र और स्वभाव पूर्व जन्मों के अर्जित कर्मों का फल होता है। इसलिए उन्ही स्त्री पुरषों का प्रेम विवाह होगा और सफल होगा जिनके गुण और स्वभाव एक दूसरे से मिलते होंगे।
कैसे होता है प्रेम विवाह? किन ग्रहों के प्रभाव से गृहत्याग करने पर मजबूर करता है और अपना सब कुछ छोड़कर प्रेम विवाह कराता है। प्रेम विवाह करने वाले लड़के व लड़कियों को एक-दूसरे को समझने के अधिक अवसर प्राप्त होते है, जिसके फलस्वरुप दोनों एक-दूसरे की रुचि, स्वभाव व पसन्द-नापसन्द को अधिक कुशलता से समझ पाते हंै। प्रेम विवाह करने वाले वर-वधू भावनाओं व स्नेह की प्रगाढ़ डोर से बंधे होते है। ऐसे में जीवन की कठिन परिस्थितियों में भी दोनों का साथ बना रहता है। पर कभी-कभी प्रेम विवाह करने वाले वर-वधू के विवाह के बाद की स्थिति इसके विपरीत होती है। इस स्थिति में दोनों का प्रेम विवाह करने का निर्णय शीघ्रता व बिना सोचे समझे हुए प्रतीत होता है। ग्रहों के कारण व्यक्ति प्रेम करता है और इन्हीं ग्रहों के प्रभाव से दिल टूटते और एक-दूसरे से छूटते भी हैं। ज्योतिष शास्त्रों में प्रेम विवाह के योगों के बारे में स्पष्ट वर्णन नहीं मिलता है, परन्तु जीवन साथी के बारे में अपने से उच्च या निम्न प्रभावों का विस्तृत विवरण जरूर मिलता है।
1) जब किसी व्यक्ति कि कुण्डली में शनि अथवा चन्द्र पंचम भाव के स्वामी के साथ, पंचम भाव में ही स्थित हों तब अथवा सप्तम भाव के स्वामी के साथ सप्तम भाव में ही हों तब भी प्रेम विवाह के योग बनते है।
2) इसके अलावा जब शुक्र लग्न से पंचम अथवा नवम अथवा चन्द्र लग्न से पंचम भाव में स्थित हों, तब प्रेम विवाह की संभावनाएं बनती है।
3) प्रेम विवाह के योगों में जब पंचम भाव में मंगल हो तथा पंचमेश व एकादशेश का राशि परिवर्तन अथवा दोनों कुण्डली के किसी भी एक भाव में एक साथ स्थित हों उस स्थिति में प्रेम विवाह होने के योग बनते है।
4) अगर किसी व्यक्ति की कुण्डली में पंचम व सप्तम भाव के स्वामी अथवा सप्तम व नवम भाव के स्वामी एक-दूसरे के साथ स्थित हों उस स्थिति में प्रेम विवाह कि संभावनाएं बनती है।
5) जब सप्तम भाव में शनि व केतु की स्थिति हो तो व्यक्ति का प्रेम विवाह हो सकता है।
6) कुण्डली में लग्न व पंचम भाव के स्वामी एक साथ स्थित हों या फिर लग्न व नवम भाव के स्वामी एक साथ बैठे हों, अथवा एक-दूसरे को देख रहे हों इस स्थिति में व्यक्ति के प्रेम विवाह की संभावनाएं बनती है।
7) जब किसी व्यक्ति की कुण्डली में चन्द्र व सप्तम भाव के स्वामी एक-दूसरे से दृष्टि संबन्ध बना रहे हों तब भी प्रेम विवाह की संभावनाएं बनती है।
8) जब सप्तम भाव का स्वामी सप्तम भाव में ही स्थित हों तब विवाह का भाव बली होता है तथा व्यक्ति प्रेम विवाह कर सकता है।
9) पंचम व सप्तम भाव के स्वामियों का आपस में युति, स्थिति अथवा दृष्टि संबन्ध हो या दोनों में राशि परिवर्तन हो रहा हों तब भी प्रेम विवाह के योग बनते है।
10) जब सप्तमेश की दृिष्ट, युति, स्थिति शुक्र के साथ द्वादश भाव में हों तो, प्रेम विवाह होता है।
11) द्वादश भाव में लग्नेश, सप्तमेश कि युति हों व भाग्येश इन से दृष्टि संबन्ध बना रहा हो, तो प्रेम विवाह की संभावनाएं बनती है।
12) जब जन्म कुण्डली में शनि किसी अशुभ भाव का स्वामी होकर वह मंगल, सप्तम भाव व सप्तमेश से संबन्ध बनाते है तो प्रेम विवाह हो सकता है। पंचम भाव का स्वामी पंचमेश शुक्र अगर सप्तम भाव में स्थित है तब भी प्रेम विवाह की प्रबल संभावना बनती है। शुक्र अगर अपने घर में मौजूद हो तब भी प्रेम विवाह का योग बनता है।
१३) शुक्र अगर लग्न स्थान में स्थित है और चन्द्र कुण्डली में शुक्र पंचम भाव में स्थित है तब भी प्रेम विवाह संभव होता है।
अगर कुण्डली में प्रेम विवाह योग नहीं है और नवमांश कुण्डली में सप्तमेश और नवमेश की युति होती है तो प्रेम विवाह की संभावना बनती है। शुक्र ग्रह लग्न में मौजूद हो और साथ में लग्नेश हो तो प्रेम विवाह निश्चित समझना चाहिए। शनि और केतु पाप ग्रह कहे जाते हैं लेकिन सप्तम भाव में इनकी युति प्रेमियों के लिए शुभ संकेत होता है। राहु अगर लग्न में स्थित है तो नवमांश कुण्डली या जन्म कुण्डली में से किसी में भी सप्तमेश तथा पंचमेश का किसी प्रकार दृष्टि या युति सम्बन्ध होने पर प्रेम विवाह होता है। लग्न भाव में लग्नेश हो साथ में चन्द्रमा की युति हो अथवा सप्तम भाव में सप्तमेश के साथ चन्द्रमा की युति हो तब भी प्रेम विवाह का योग बनता है। सप्तम भाव का स्वामी अगर अपने घर में है तब स्वगृही सप्तमेश प्रेम विवाह करवाता है। एकादश भाव पापी ग्रहों के प्रभाव में होता है तब प्रेमियों का मिलन नहीं होता है और पापी ग्रहों के अशुभ प्रभाव से मुक्त है तो व्यक्ति अपने प्रेमी के साथ सात फेरे लेता है। प्रेम विवाह के लिए सप्तमेश व एकादशेश में परिवर्तन योग के साथ मंगल नवम या त्रिकोण में हो या फिर द्वादशेश तथा पंचमेश के मध्य राशि परिवर्तन हो तब भी शुभ और अनुकूल परिणाम मिलता है।
विवाह में संबंध-विच्छेद को रोकने के ज्योतषीय उपाय:
प्रेम विवाह करने के बाद प्रेम होने की स्थिति में भी जब छोटे-छोटे विवाद बनते हैं और विवाद के कारण कभी-कभी छोटे-छोटे विवाद तलाक का कारण भी बनते हैं। तलाक के कारण क्या-क्या हैं? ऐसा क्यों होता है? क्यों कुछ दंपत्ति अपना दांपत्य जीवन का निर्वाह ठीक ढंग से कर नहीं पाते? ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इसका कारण जन्म पत्रिका का सप्तम स्थान होता है। कुण्डली के इस स्थान में यदि सूर्य, गुरु, राहु, मंगल, शनि जैसे ग्रह हो या इस स्थान पर इनकी दृष्टि हो तो जातक का वैवाहिक जीवन परेशानियों से भरा होता है। सप्तम स्थान पर सूर्य का होना निश्चित ही तलाक का कारण है। गुरु के सप्तम होने पर विवाह तीस वर्ष की आयु के पश्चात करना उत्तम होता है। इसके पहले विवाह करने पर विवाह विच्छेद होता है या तलाक का भय बना रहता है। मंगल तथा शनि सप्तम होने पर पति-पत्नी के मध्य अवांछित विवाद होते हैं। राहु सप्तम होने पर जीवन साथी व्यभिचारी होता है। इस कारण उनके मध्य विवाद उत्पन्न होते हैं, जिनसे तलाक होने की संभावना बढ़ जाती है। अचानक उनमें कटुता व तनाव उत्पन्न हो जाता है। जो पति-पत्नी कल तक एक दूसरे के लिए पूर्ण प्रेम और सम्मान रखते थे, आज उनमें झगड़ा हो गया है। स्थिति तलाक की आ जाती है। ऐसी स्थिति में प्रेम विवाह करने के पूर्व लड़का और लड़की को विवाद के पूर्व क्रमश: अर्क और कुंभ विवाह करानी चाहिए। मंगल का व्रत करने से भी शादी में बाधा को दूर किया जा सकता है।

Prem Vivah Rekha|प्रेम-प्रसंग और विवाह से जुड़ी बातें बताती हैं हथेली की ये रेखाएं

सभी 16 संस्कारों में से एक सर्वाधिक महत्वपूर्ण संस्कार है। शादी के बाद का जीवन कैसा रहेगा, यह जानने की जिज्ञासा अधिकांश लोगों को रहती है। विवाह और वैवाहिक जीवन से जुड़ी खास बातें जानने के लिए हस्तरेखा ज्योतिष श्रेष्ठ मार्ग है। विवाह संबंधी बातें जानने के लिए हथेली में विवाह रेखा का अध्ययन मुख्य रूप से किया जाता है। यहां जानिए विवाह रेखा और उससे जुड़ी खास बातें…

कहां होती है विवाह रेखा
हमारी हथेली में थोड़े-थोड़े समय में कई रेखाएं बदलती रहती हैं। जबकि कुछ खास रेखाएं ऐसी हैं, जिनमें अधिक बड़े बदलाव नहीं होते हैं। इन महत्वपूर्ण रेखाओं में जीवन रेखा, भाग्य रेखा, हृदय रेखा, मणिबंध, सूर्य रेखा, विवाह और संतान रेखाएं शामिल हैं। हस्तरेखा ज्योतिष के अनुसार विवाह रेखा से किसी भी व्यक्ति के विवाह और प्रेम प्रसंग पर विचार किया जाता है। विवाह रेखा सबसे छोटी उंगली (लिटिल फिंगर) के नीचे वाले भाग पर आड़ी स्थिति में होती है। छोटी उंगली के नीचे वाले भाग को बुध पर्वत कहा जाता है। विवाह रेखा एक या एक से अधिक भी हो सकती है।

1. हथेली में एक से अधिक विवाह रेखाएं प्रेम-प्रसंग की संख्या की ओर इशारा करती हैं। साथ ही, यह रेखा यह भी बताती है कि आपका वैवाहिक जीवन कैसा रहेगा। यदि विवाह रेखा नीचे की ओर बहुत अधिक झुकी हुई हों तो वैवाहिक जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

2. यदि किसी व्यक्ति के दोनों हाथों में विवाह रेखा के आरंभ में दो शाखाएं हो तो उस व्यक्ति की शादी टूटने का भय रहता है।

3. यदि किसी स्त्री के हाथ में विवाह रेखा के आरंभ में द्वीप चिह्न हो तो उसका विवाह किसी धोखे से होने की संभावनाएं रहती हैं। साथ ही, यह निशान जीवन साथी के खराब स्वास्थ्य की ओर भी इशारा करता है।

4. यदि किसी व्यक्ति के हाथ में विवाह रेखा बहुत अधिक नीचे की ओर झुकी हुई दिखाई दे रही है और वह हृदय रेखा को काटते हुए ओर नीचे चले जाए तो यह शुभ लक्षण नहीं माना जाता है। ऐसी रेखा वाले व्यक्ति का जीवन साथी उसकी मौजूदगी में ही गुजर सकता है।

5. यदि किसी व्यक्ति की हथेली में विवाह रेखा लम्बी और सूर्य पर्वत तक जाने वाली है तो यह संपन्न और समृद्ध जीवन साथी का प्रतीक है।

6. यदि बुध पर्वत से आई हुई कोई रेखा विवाह रेखा को काट दे तो व्यक्ति का वैवाहिक जीवन परेशानियों भरा होता है।

7. विवाह रेखा अगर बीच में टूटी हो तो यह विवाह टूटने का संकेत माना जाता है। इसके लिए हथेली के दूसरे चिह्नों पर भी विचार करना चाहिए।

8. यदि विवाह रेखा के अंत में किसी सांप की जीभ के समान दो शाखाएं हों तो यह पति-पत्नी के बीच वैचारिक मतभेद पैदा करती है।

9. यदि किसी पुरुष के बाएं हाथ में दो विवाह रेखा है और दाएं हाथ में एक विवाह रेखा है तो ऐसे लोगों की पत्नी श्रेष्ठ होती है। इन लोगों की पत्नी बहुत अधिक प्रेम करने वाली और पति का बहुत अधिक ध्यान रखने वाली होती है।

10. यदि दाएं हाथ में दो विवाह रेखा है और बाएं हाथ में एक विवाह रेखा है तो ऐसे लोगों की पत्नी अपने पति का अधिक ध्यान रखने वाली नहीं होती है।

11. दोनों हाथों में विवाह रेखा समान लंबाई की और समान शुभ लक्षणों वाली होती है तो ऐसे लोगों का वैवाहिक जीवन सुखी होता है। इन लोगों का अपने जीवन साथी से काफी अच्छा तालमेल होता है।

12. यदि किसी व्यक्ति के हाथ में विवाह रेखा ऊपर की ओर मुड़ जाए और छोटी उंगली तक पहुंच जाए तो ऐसे व्यक्ति के विवाह में काफी परेशानियां आती हैं। आमतौर पर ऐसी विवाह रेखा वाले इंसान का विवाह होना बहुत मुश्किल होता है यानी इन लोगों के अविवाहित रहने की संभावनाएं काफी अधिक होती हैं।

13. यदि विवाह रेखा के अंत में त्रिशूल के समान चिह्न दिखाई दे रहा है तो व्यक्ति अपने जीवन साथी से बहुत अधिक प्रेम करने वाला होता है। ये प्रेम हद से अधिक हो जाता है। कुछ वर्षों बाद ऐसा व्यक्ति जीवन साथी के प्रति उदासीन भी हो जाता है।

14. यदि विवाह रेखा को कोई खड़ी रेखा या रेखाएं काट रही हैं तो यह विवाह में देरी और बाधाओं का संकेत है।

15. ऊपर की ओर मुड़ी हुई विवाह रेखा शुभ नहीं मानी जाती है। यदि ये रेखा थोड़ी सी ऊपर की ओर मुड़ गई है तो व्यक्ति का विवाह होने में बहुत बाधाएं आती हैं और विवाह हो भी जाता है तो वैवाहिक जीवन सुखी नहीं कहा जा सकता है।

प्रेम-विवाह में सफलता के लिए क्या करें, क्या न करें!

प्रेम हृदय की एक ऐसी अनुभूति है जो हमें जन्म से ही ईश्वर की ओर से उपहार स्वरूप प्राप्त होती है। प्रेम-विवाह में सफलता के लिए क्या करें, क्या न करें- इस बारे में बता रहे हैं हमारे आध्यात्मिक व ज्योतिष..
ओपल या हीरा रत्न धारण करने से प्रेम-संबंधों को विवाह तक पहुंचाने में सहायता मिलती है।

यदि प्रेम संबंधों में झगड़े अधिक होते हों और मतभेद बना रहता हो तो सावधान रहें। यह इस बात का संकेत है कि आप दोनों का व्यक्तित्व अलग-अलग है और कुण्डली में असमानताएं हैं। निर्णय लेने से पहले किसी योग्य विद्वान से संपर्क करें। भावुक होकर निर्णय न लें।यदि आपका प्रेमी/प्रेमिका और आप में से कोई एक व्यक्ति मांगलिक है तो विवाह से पूर्व पुन: विचार करें। यह संबंध शुभ नहीं है। आप फिर भी विवाह करना ही चाहते हैं तो विवाह से पूर्व मंगल दोष का उपाय अवश्य कर लें। उपाय में कुंभ विवाह और वट विवाह मुख्य माने जाते हैं।प्रेम-विवाह से पूर्व संख्या शास्त्र की सहायता से संबंधों की जांच-पड़ताल अवश्य कर लें या करवा लें। शत्रु अंकों से प्रेम और प्रेम-विवाह से बचना ही अच्छा है। जैसे- 4-9, 1-8, 2-3, 2-5 इत्यादि। ये मिलन शुभ नहीं हैं।प्रेम-विवाह में सफलता के लिए प्राण प्रतिष्ठत असली नेपाली गौरी-शंकर रुद्राक्ष, श्वेत वर्ण (वाइट गोल्ड) में धारण करें।एक-दूसरे को नुकीली या काटने वाली वस्तु उपहार में न दें। इससे संबंध खराब हो सकते हैं।इस संबंध में रहते हुए हीरा भेंट करना शुभ होता है।सप्तमेश या सप्तम भाव में विराजमान ग्रह की शांति अवश्य करा लें।ध्यान रखें कि गिफ्ट में काले रंग की कोई वस्तु एक-दूसरे को कभी न दें। इससे समस्या हो सकती है।लाल, गुलाबी और सुनहरे पीले रंग की वस्तुओं का आदान-प्रदान श्रेष्ठ है। श्वेत वस्त्र धारण करके किसी भी धर्म के देव-स्थल पर लाल गुलाब व चमेली का इत्र अर्पित करें। प्रेम-विवाह में लाभ होगा।काम व आकर्षण बीज मंत्रों का जाप करें।
मंत्र- ऊँ क्लीं नम:।saptapadi

प्रेम विवाह को मजबूत करने के उपाय

उपाय कीजिए

1. शुक्र देव की पूजा करें।

2. पंचमेश व सप्तमेश की पूजा करें।

3. पंचमेश का रत्न धारण करें ।

4. ब्ल्यू टोपाज सुखद दाम्पत्य एवं वशीकरण हेतु पहनें।

5. चन्द्रमणि प्रेम प्रसंग में सफलता प्रदान करती है।

प्रेम प्राप्ति के लिए आप भगवान् शिव-शक्ति, गणपति, और भगवान विष्णु जी की पूजा

इन्द्र देवता, अग्नि देवता, चन्द्रमा देवता, अप्सराओं व यक्षिणी देवियों की उपासना भी प्रेम प्रदान करती हैं.

देवी दुर्गा जी से मांगी गयी प्रेम व सुख शान्ति सौभाग्य की तत्काल पूर्ती होती है.

यदि प्रेम विवाह करना चाहते हैं तो व्रत एवं दान बहुत सहायक होते हैं.

प्रेम प्राप्ति के कुछ अति सरल दिव्य मंत्र:-

कृष्ण जी का मंत्र – ॐ क्लीं कृष्णाय गोपीजन बल्लभाय स्वाहा:

कृष्ण मंदिर में मुरली बांसुरी ले जा कर अर्पित करें.

पान अर्पण से प्रेम प्राप्ति होती है.

यदि प्रेम में फूट पड़ गयी हो तो उसे पाने के लिए भैरव जी की पूजा अचूक उपाय है.

भैरव देवता को मीठी रोटी का प्रसाद बना कर अर्पित करें. मानसिक तौर से उत्तरनाथ भैरव का मंत्र जपें.

भैरव जी का मंत्र-ॐ ज्लौम रहौं क्रोम उत्तरनाथ भैरवाय स्वाहा:

अपने प्रेमी को पाने के लिए लोग करते हैं इन मंत्रों का जाप

ज्योतिष शास्त्रों में कुछ ऐसे मंत्रों का उल्लेख किया गया है, जिसके बारे में मानना है कि इसका जाप करने से प्रेमी के साथ विवाह के रास्ते की सारी बाधाएं दूर हो जाती हैं। आइए जानें, लव मैरिज की सफलता के लिए किस-किस मंत्र का जाप करना बेहतर माना जाता है।

अपने प्रेमी को आकर्षित करने के लिए लोग इस मंत्र का करते हैं जाप:

ॐ क्लीं कृष्णाय गोपीजन वल्लभाय स्वाहा:

प्रेमी को अपना बनाने के लिए इस मंत्र के जाप का भी कई जगह उल्लेख है:

यदि प्रेम-विवाह में कोई बाधा आ रही हो तो 5 नारियल लेकर इसे भगवान शंकर की मूर्ति के आगे रखकर ‘ऊं श्रीं वर प्रदाय श्री नमः’ मंत्र का जाप बार करें। यह जाप स्फटिक या रूद्राक्ष की माला पर पांच माला फेरते हुए करें। इसके बाद वे पांचों नारियल शिव जी के मंदिर में चढ़ाएं, विवाह की बाधाएं दूर होती नजर आएंगी।

Apne Pyar Ko Vapis Pane Ke Upay/Totke

अपने प्यार को वापिस पाने का उपाय ,” जीवन में कई बार ऐसा लगने लगता है कि आपके साथी की रूचि प्यार में और आप में कम हो गई है। ऐसे समय में निराश होने की बजाय कुछ सामान्य टोटके भी आजमा सकते हैं। यह ऐसे टोटके हैं जिन्हें प्राचीन काल से आजमाया जाता रहा है।

केला में गोरोचन मिलाकर लेप बनाएं। इस लेप को सिर पर लगाएं। माना जाता है कि ऐसा करने से व्यक्ति में आकर्षण शक्ति आ जाती है। नारियल, धतूरे के बीज, कपूर को पीस लें। इसमें शहद मिलाएं। नियमित इसका तिलक करने से जिसे आप प्यार करते हैं वह आपको छोड़कर नहीं जाता है।

पति की रूचि पत्नी में कम हो गयी हो तो दोनों साथ भोजन करें और भोजन के समय चुपके से पत्नी पति के खाने में अपनी थाली से थोड़ा भोजन रख दे। इससे पति फिर से पत्नी में रूचि लेने लगता है।
ज्योतिषशास्त्र का सिद्धान्त है कि जो ग्रह शुभ फल नहीं दे रहे हैं उनका शुभ फल पाने के लिए उन्हें आकर्षित करके अपने लिए शुभ बनाना चाहिए। इसके लिए ज्योतिषशास्त्र में कई उपाय बताए गये हैं। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार प्रेम और सेक्स का कारक शुक्र ग्रह है और प्रेम के देवता कामदेव हैं।

बहुत से ज्योतिषी बताते हैं कि, अगर व्यक्ति किसी को अपनी ओर आकर्षित करना चाहता है या अपनी सेक्स पावर बढ़ाना चाहता है तो उसे शुक्र एवं कामदेव को प्रसन्न करना चाहिए। इसके लिए कई ज्योतिषी शुक्र और कामदेव के मंत्र जप करने की सलाह देते हैं।

कामदेव मंत्र
‘ऊँ कामदेवाय विद्महे, रति प्रियायै धीमहि, तन्नो अनंग प्रचोदयात्।’ इस मंत्र के जप से दांपत्य जीवन में प्रेम बढ़ता है और सुयोग्य जीवनसाथी प्राप्त होता है। कामदेव का एक शाबर मंत्र है ‘ऊँ नमो भगवते कामदेवाय यस्य यस्य दृश्यो भवामि यस्य यस्य मम मुखं पश्यति तं तं मोहयतु स्वाहा।’ माना जाता है कि इस मंत्र के जप से व्यक्ति में आकर्षण और सेक्स क्षमता बढ़ती है।

शुक्र मंत्र
ओम द्राँ द्रीँ द्रौँ स: शुक्राय नम:।

 

Prem Vivah Ke Liye Upaye, Vashikaran, Puja, Totke, Mantra and YogPrem Vivah Ke Liye Upaye, Vashikaran, Puja, Totke, Mantra and Yog

Prem Vivah Vashikaran and Upaye

Giving such a variety of tries in your relationship and attempting to give it name of a marriage not acquires achievement your affection marriage or prem Vivah in view of specific inconveniences. A large portion of these issues are specifically or by implication identified with individual particular. The best answer for get it settled is by having your Vashikaran on him/her. Prem Vivah Vashikaran and Upay is implied for the same, which will empower you to have your Vashikaran on any human who is blocking for inconveniences in way of getting adoration wedded. May be your relatives are against of your relationship inconveniences. May be a result of the bury rank marriage related issues since you need to have endorsement of your family individuals you can do have the kindness of Prem Vivah Vashikaran and Upaye that will make the greater part of your kin in your backing to get hitched with your adored one. We have composed this Prem Vivah Vashikaran and Upaye have been altering every one of the inconveniences which you are confronting in your relationship, getting hitched or for your wedded life related concerns.

Prem Vivah Ke Liye Mantra and Totke

To drag your inconveniences out of your life which are absolutely committed to your adoration relationship, you don’t need to trouble any longer as Prem Vivah ke liye Mantra and Totke will do that for you. From the medieval period Mantra assumes a noteworthy part in our life, for any of the propitious minutes individuals do make offering of Mantra like in Marriage functions, birth terminology, introductions occasions or some more. The sort of positive energies and powers connected with the Mantra arrangements can bring your relationship status back on the track, in the event that you wanted to get hitched yet confronting inconveniences then without making any apprehensions as a primary concern you can do have the consolidation of the Prem Vivah ke liye mantra and Totke this will help you in persuading your fantasies to be obtained. This is the main right approach of having the Prem Vivah ke liye Mantra and totke to gain your fantasies.To drag your inconveniences out of your life which are absolutely committed to your adoration relationship, you don’t need to trouble any longer as Prem Vivah ke liye Mantra and Totke will do that for you. From the medieval period Mantra assumes a noteworthy part in our life, for any of the propitious minutes individuals do make offering of Mantra like in Marriage functions, birth terminology, introductions occasions or some more. The sort of positive energies and powers connected with the Mantra arrangements can bring your relationship status back on the track, in the event that you wanted to get hitched yet confronting inconveniences then without making any apprehensions as a primary concern you can do have the consolidation of the Prem Vivah ke liye mantra and Totke this will help you in persuading your fantasies to be obtained. This is the main right approach of having the Prem Vivah ke liye Mantra and totke to gain your fantasies.

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Prem Vivah Astrology-Prem Vivah Me Safal Hone Ke Upay

प्रेम विवाह में सफल होने के लिए

यदि आपको प्रेम विवाह में अडचने आ रही हैं तो :
शुक्ल पक्ष के गुरूवार से शुरू करके विष्णु और लक्ष्मी मां की मूर्ती या फोटो के आगे “ऊं लक्ष्मी नारायणाय नमः” मंत्र का रोज तीन माला जाप स्फटिक माला पर करें ! इसे शुक्ल पक्ष के गुरूवार से ही शुरू करें ! तीन महीने तक हर गुरूवार को मंदिर में प्रशाद चढांए और विवाह की सफलता के लिए प्रार्थना करें !

विवाह बाधा दूर करने के लिए

कन्या को चाहिए कि वह बृहस्पतिवार को व्रत रखे और बृहस्पति की मंत्र के साथ पूजा करे। इसके अतिरिक्त पुखराज या सुनैला धारण करे। छोटे बच्चे को बृहस्पतिवार को पीले वस्त्र दान करे। लड़के को चाहिए कि वह हीरा या अमेरिकन जर्कन धारण करे और छोटी बच्ची को शुक्रवार को श्वेत वस्त्र दान करे।

शादी करने का अनुभूत उपाय

पुरुषों को विभिन्न रंगों से स्त्रियों की तस्वीरें और महिलाओं को लाल रंग से पुरुषों की तस्वीर सफेद कागज पर रोजाना तीन महिने तक एक एक बनानी चाहिये।

अगर लड़की की उम्र निकली जा रही है और सुयोग्य लड़का नहीं मिल रहा। रिश्ता बनता है फिर टूट जाता है। या फिर शादी में अनावश्यक देरी हो रही हो तो कुछ छोटे-छोटे सिद्ध टोटकों से इस दोष को दूर किया जा सकता है। ये टोटके अगर पूरे मन से विश्वास करके अपनाए जाएं तो इनका फल बहुत ही कम समय में मिल जाता है। जानिए क्या हैं ये टोटके र:-

1. रविवार को पीले रंग के कपड़े में सात सुपारी, हल्दी की सात गांठें, गुड़ की सात डलियां, सात पीले फूल, चने की दाल (करीब 70 ग्राम), एक पीला कपड़ा (70 सेमी), सात पीले सिक्के और एक पंद्रह का यंत्र माता पार्वती का पूजन करके चालीस दिन तक घर में रखें। विवाह के निमित्त मनोकामना करें। इन चालीस दिनों के भीतर ही विवाह के आसार बनने लगेंगे।

2. लड़की को गुरुवार का व्रत करना चाहिए। उस दिन कोई पीली वस्तु का दान करे। दिन में न सोए, पूरे नियम संयम से रहे।

3. सावन के महीने में शिवजी को रोजाना बिल्व पत्र चढ़ाए। बिल्व पत्र की संख्या 108 हो तो सबसे अच्छा परिणाम मिलता है।

4. शिवजी का पूजन कर निर्माल्य का तिलक लगाए तो भी जल्दी विवाह के योग बनते हैं।

विवाह के उपाय (Remedies and Upay to avoide late marriage)

समय पर अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने की इच्छा के कारण माता-पिता व भावी वर-वधू भी चाहते है कि अनुकुल समय पर ही विवाह हो जायें. कुण्डली में विवाह विलम्ब से होने के योग होने पर विवाह की बात बार-बार प्रयास करने पर भी कहीं बनती नहीं है. इस प्रकार की स्थिति होने पर शीघ्र विवाह के उपाय करने हितकारी रहते है. उपाय करने से शीघ्र विवाह के मार्ग बनते है. तथा विवाह के मार्ग की बाधाएं दूर होती है.

Prem Vivah Yog By Astrology

Prem vivah or love marriage is the state where a man picks an existence accomplice all alone and begins his life in affected by the accomplice he picks. Marriage is not just an essential piece of life in reality it totally changes the life and nature of a man. The great and awful things related to a man gets similarly appropriate among the both when a man gets into a genuine relationship the outcomes into marriage. It is in effect deductively demonstrated that a man gets completely impacted after his marriage through his accomplices deeds and horoscope.

Doing marriage exceptionally cherished one is not a typical errand. Different variables must be considered before getting into such a relationship. Individuals who disregards such things gets influenced in their future life. For further inquiries and arrangements contact love issue expert celestial prophet.

Prem Vivah Yog

Prem Yog : Life mai pyar vital hota hai and har singular wish karta hai ki use uska veritable mate mil jaye yet we understand that aisa possible nhi ho pata hai aur hamein hamara cozy sentiment nhi mil pata hai. Every individual ki kundli basic prem vivah ke yog hote hai aur vo planets ki position pe depend karte hai.

A couple of Planets Increase Love marriage Possibility:

Right when Rahu are in seventh position in kundli.

In kundli mutilates meet with Saturn or rahu then love marriage likelihood happen.

Venus in fifth and ninth house

Blend of fifth and seventh house in like manner extend believability of love marriage

At whatever point Saturn and ketu masterminded in seventh house

Right when mix of moon and seventh house

Right when seventh house blend with Venus planet

Limit in love marriage:

heart line is cut or crossed by other line then issues are happen in love marriage

If mount of Venus is unmistakable

If your palm is dim or too hard Solution for worship marriage in precious stone looking: In soothsaying various strategies are use to deal with warmth marriage issue

Vashikaran For Love

Voodoo Love Mantra

Dim Magic

Love Astrology

Yantra are use for warmth marriage

Yantra

Shreeghra Yantra

Swayamvara Parvathi Yantra

Shre Sudharsan Yantra

Tantrik Baba is using these yantra to deal with your worship marriage issue and fabricate the probability for your friendship marriage.

Tantrik Baba

Contact No. +91-9887088038

Hindu Vishesh Mantra For Prem Vivah

Whether it is kid or young lady, everybody needs to get hitched at the right age. Numerous individuals find that their relational unions are being deferred because of superfluous reasons. So this Ganesha mantra is for the individuals who wishing to get love marriage however discover troubles in their direction. This mantra is valuable to get guardians endorsement for adoration marriage, if guardians not tolerating your affection marriage, between cast marriage. This fascination mantra is capable and individuals to get lost affection back. Ruler ganesha mantra to recover my better half.

Hindi Mantra: ओम श्रीगणेशम विध्नेशम विवाहाहार्थे ते नमः ||

English Mantra: Om Shriganesham Vidhnesham Vivahaharthe Te Namah ||

Serenade one rosary (Mala) of this mantra day by day or 108 times every day in the morning till getting hitched.

2. Shiva Parvati Mantra For Bringing Ex Love Back:

In the event that you have lost your adoration as of late and need to recover your ex or sweetheart then this Lord Shiva mantra will be useful for you. This mantra can be recounted at home by the practitioner or you can likewise arrange this love so that Guruji can perform it for you.

Mantra In Hindi: ओम नमः पारवती पतये हर महादेव ||

Mantra In English: Om Namah Parvati Pataye HarHar Mahadev ||

3. Goddess mahakali mantra for spouse | Mantra to pull in craved sweetheart :

On the off chance that there is some issue in your wedded life like spouse wife connections are bad, issue with in-laws, husband or wife’s additional conjugal undertakings then Goddess Kali mantra can be utilized to fill the need. This mantra is thought to be an amazingly capable and powerful Mantra for achievement in conjugal issues.

मंत्र : ॐ नमो महाशाबरी शक्ति मम अरिष्टं निवारय मम “अमुक” कार्य सिद्धं कुरु स्वाहा ll

4. Mohini vashikaran mantra for spouse | Mantra to pull in sweetheart

Mohini vashikaran mantra is mostly used to get love from spouse or to lure any male individual. In any case, it is likewise exceptionally valuable for both guys or females. Men and ladies both can hone this mantra to pull in their fantasy love accomplice.

मंत्र : ओम नमो अनरूठनी अशव स्थनि महाराज क्षनी फट स्वः ||

Note: If you need to do these mantras at home then it is encouraged to counsel Guruji some time recently. These mantra ought to be recounted or droned under the direction of pro. Get more mantra from guruji call him. Guruji give more vashikaran mantras or lal kitab cures (totke) for any sort of life issue, fascination mantra furthermore perform vashikaran pooja for the benefit of customers on request. You can likewise get lal kitab upayas according to your sun sign. Step by step instructions to do puja of master shiva for lost affection back.

Hindu Mantra For Love Marriage|Prem Vivah Mantra

Mantra to get fancied adoration in life

Affection is an essential and wonderful thing in one’s life. Human heart is loaded with feelings and these feelings can turn out immediately when you see the one you cherish. Some fortunate ones get their friends and family effectively, however in a nation like India, where not love relational unions are acknowledged, accomplishing your adoration is near unimaginable. Some battle for getting their friends and family and others battle for their folks to acknowledge their affection and to permit them to wed. Couple of educated and progressive in

dividuals comprehend and permit their kids to wed the ones they cherish, however some universal and extremist individuals discover it as an affront if their youngsters wed without their endorsement. In such circumstance, Vashikaran mantras can help an incredible arrangement. Everyone needs that mantra to get fancied affection in life.

Ganesh Mantra for Love Marriage Problems in Hindi/English

Ganesh Mantra is an effective mantra amongst all mantras. Everybody needs to get hitched at the right age whether its kid or young lady. Numerous individuals feel that their relational unions are being deferred as a result of some pointless reasons. So this Ganesh mantra is for those individuals who wish to get love marriage yet discovers challenges or snags in their affection marriage way. This Ganesh mantra is helpful to get guardians endorsement for affection marriage on the off chance that if guardians are not tolerating your adoration marriage, intercast love marriage relationship. This Ganesh mantra is capable and it is to individuals to recover their lost adoration. This Ganesh mantra is accessible in Hindi and English Both.

Hindi Mantra: ओम श्रीगणेशम विध्नेशम विवाहाहार्थे ते नमः ||

English Mantra: Om Shriganesham Vidhnesham Vivahaharthe Te Namah ||
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Katyayani Mantra for Love Marriage in Hindi/English

Katyayani mantra is additionally a super capable and successful mantra for those individuals whose marriage is postponed because of different reasons. This Katyayani Mantra for affection marriage in Hindi has started from the Bhagavata Purana where “Gopis” venerated Maa Katyayani keeping in mind the end goal to get Lord Krishna as a spouse. Along these lines young ladies who is establishing there affection marriage stuck in an unfortunate situation can adore Devi Katyayani for early marriage and expulsion of any obstacles in adoration marriage. Katyayani Mantra for affection marriage is very viable in expelling all deterrents, for example, Manglik-Dosh or negative impacts of planets in a young lady’s horoscope. Katyayani Mantra is fundamentally used to expel obstructions in adoration and for a productive wedded life.

Katyayani Mantra for Love Marriage in Hindi

कात्यायनि महामाये महायोगिन्यधीश्वरि । नन्द गोपसुतं देविपतिं मे कुरु ते नमः ॥

Katyayani Mantra for Love Marriage in English

Katyayani Mahamaye Mahayoginyadheeshwari ? Nandgopsutam Devipatim Me Kuru te Namah ??

For Know More About Love Marriage Powerful Mantra Contact to Love Marriage Specialist Tantrik Baba +91-9887088038